Description
ढिंगरी और ऑयस्टर मशरूम उगाने की पूरी जानकारी
ढिंगरी (ऑयस्टर मशरूम) और ऑयस्टर मशरूम दोनों ही अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। इनको उगाने की प्रक्रिया सरल है, लेकिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
1. सामग्री की तैयारी
मशरूम स्पॉंन: उपयुक्त मशरूम किस्म का स्पॉंन लें।
मीडियम: सरसों, गेंहू या धान की भूसी, कॉम्पोस्ट या लकड़ी की चोकर उपयोग में लाएं।
जल: स्वच्छ और शुद्ध जल का होना आवश्यक है।
2. वातावरण
तापमान: 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान बेहतर होता है।
नमी: 60-80% नमी आवश्यक है। नमी बनाए रखने के लिए नियमित छिड़काव करें।
अंधेरा: मशरूम को प्रकाश से दूर रखना जरूरी है।
3. उगाने की प्रक्रिया
भूसी को तैयार करें:
पत्तियों और अन्य कचरे को हटाकर भूसी को अच्छे से धो लें।
इसे कम से कम 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें।
स्टेरिलाइज़ेशन:
भूसी को गर्म पानी में उबालें या भाप में पकाएं ताकि उसमें से सारे हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाएं।
इनोक्यूलेशन:
स्टेरिलाइज्ड भूसी में मशरूम स्पॉंन मिलाएं और अच्छे से मिक्स करें।
इकट्ठा करना:
मिश्रण को ढक्कन वाले प्लास्टिक बैग या कंटेनर में भरें। सुनिश्चित करें कि इसमें छिद्र हो ताकि हवा प्राप्त हो सके।
फसल अवधि:
2-4 सप्ताह के बाद मशरूम उगने लगते हैं।
4. देखभाल
नियमित छिड़काव: नमी बनाए रखने के लिए दिन में एक बार पानी छिड़कें।
किस्मों का चयन: ऑयस्टर या ढिंगरी मशरूम की किस्म का चयन करें जो आपकी जलवायु के अनुकूल हो।
5. फसल काटना
मशरूम तैयार होते ही उन्हें काट लें। इन्हें काटते समय सावधानी बरतें कि जड़ न टूटे।

6. भंडारण
मशरूम को ठंडे स्थान पर रखें। इन्हें फ्रिज में रखकर 5-7 दिन तक सुरक्षित रख सकते हैं।
उगाने का यह तरीका सरल है लेकिन निरंतर देखभाल आवश्यक है ताकि आप अच्छी फसल प्राप्त कर सकें। अगर आपके पास और कोई सवाल है या किसी विशेष प्रक्रिया के बारे में जानकारी चाहिए, तो बताएं!





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Goods
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Very Best